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What is Insider Trading? आसान भाषा में पूरी जानकारी

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What is Insider Trading? आसान भाषा में पूरी जानकारी

1. परिचय

शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहाँ सूचनाओं का वक्त से मिलना ही आपकी सफलता और असफलता तय कर सकता है। लेकिन क्या हो अगर कुछ लोगों को वही जानकारी पहले मिल जाए — और वे उसका इस्तेमाल करके दूसरों से पहले मुनाफा कमा लें? ऐसे मामलों को ही कहा जाता है Insider Trading। यह कोई साधारण ट्रेडिंग नहीं, बल्कि ऐसी गतिविधि है जहाँ गोपनीय जानकारी के आधार पर शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं — वो भी तब, जब आम जनता को उस जानकारी की भनक तक नहीं होती।

What Is Insider Trading? यह सवाल न सिर्फ नए निवेशकों, बल्कि अनुभवी ट्रेडर्स के लिए भी ज़रूरी हो जाता है, क्योंकि इसकी वजह से कई बार निवेशक भारी नुकसान झेलते हैं। भारत में Insider Trading Illegal है, और इसका नियमन SEBI (Securities and Exchange Board of India) द्वारा किया जाता है। SEBI ने ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून बनाए हैं, लेकिन फिर भी हर साल कई कंपनियों और बड़े अधिकारियों पर Insider Trading के आरोप लगते हैं।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होती है, यह कैसे की जाती है, इसके कितने प्रकार होते हैं, कौन-कौन इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है, और सबसे ज़रूरी बात — यह आम निवेशकों को कैसे प्रभावित करती है। साथ ही, आप जानेंगे कुछ वास्तविक Insider Trading Examples, भारत में लागू SEBI Rules, और इस तरह की ट्रेडिंग से कैसे बचा जाए।

अगर आप जानना चाहते हैं कि Insider Trading कैसे बाजार की पारदर्शिता को नुकसान पहुंचाती है, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये है, यह लेख आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

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2. What is Insider Trading in Simple Words?

Insider Trading का मतलब है — ऐसी गोपनीय जानकारी के आधार पर शेयरों की खरीद-बिक्री करना, जो आम निवेशकों को उस समय उपलब्ध नहीं है। जब कोई कंपनी से जुड़ा व्यक्ति, जैसे कि उसका डायरेक्टर, मैनेजर, CFO या कोई कर्मचारी, कंपनी की आने वाली बड़ी खबर को पहले से जानता है और उसका इस्तेमाल खुद के फायदे के लिए करता है, तो यह Insider Trading कहलाती है।

What is Insider Trading in Simple Words?

यह जानकारी कुछ भी हो सकती है — जैसे कंपनी के मुनाफे में भारी बढ़ोतरी, किसी बड़े कॉन्ट्रैक्ट का मिलना, किसी नई टेक्नोलॉजी का लॉन्च, या किसी दूसरी कंपनी के साथ मर्जर। जब ये बातें आम जनता को पता नहीं होतीं लेकिन कोई अंदरूनी व्यक्ति इन्हीं खबरों के आधार पर शेयर खरीद या बेच लेता है, तो वह Illegal Insider Trading के दायरे में आता है।

1. Realistic Insider Trading Example

मान लीजिए किसी कंपनी का CFO (Chief Financial Officer) जानता है कि अगले हफ्ते कंपनी का Quarterly Result आने वाला है और उसमें भारी मुनाफा दिखाया जाएगा। वह इस खबर को पब्लिक होने से पहले अपने या अपने किसी रिश्तेदार के नाम पर शेयर खरीदकर स्टॉक मार्केट में निवेश कर देता है।

जैसे ही रिज़ल्ट सार्वजनिक होता है और शेयर की कीमत तेज़ी से ऊपर जाती है, वह शेयर बेच देता है और बड़ा मुनाफा कमा लेता है। बाहर से देखने पर ये एक सामान्य ट्रेडिंग एक्ट लग सकता है, लेकिन असल में यह एक Insider Trading Case होता है — और SEBI Rules के तहत यह पूरी तरह गैरकानूनी है।

2. क्यों है ये गैरकानूनी?

क्योंकि इससे बाजार में Fairness और Trust खत्म हो जाता है। आम निवेशकों को वह जानकारी तब तक नहीं मिलती जब तक वह पब्लिक ना हो जाए, और Insider व्यक्ति इस जानकारी का फायदा पहले ही उठा लेता है। इसी वजह से SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने ऐसे मामलों पर सख्त नियंत्रण के लिए Insider Trading Regulations बनाए हैं।

3. Types of Insider Trading

Insider Trading को अक्सर लोग सिर्फ एक अवैध गतिविधि के रूप में समझते हैं, लेकिन वास्तव में यह दो प्रकार की हो सकती है — Legal Insider Trading और Illegal Insider Trading। फर्क सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि जानकारी का उपयोग किस तरह से किया गया है, और क्या उस पर नियामक संस्थाओं की अनुमति और निगरानी थी या नहीं।

Types of Insider Trading

Insider Trading मुख्यतः 2 प्रकार की होती है।

1. Legal Insider Trading

जब किसी कंपनी का डायरेक्टर, प्रमोटर, मैनेजमेंट में शामिल अधिकारी या कोई अन्य Insider व्यक्ति, कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री करता है लेकिन पूरी पारदर्शिता के साथ — यानी SEBI (Securities and Exchange Board of India) को पहले से इसकी जानकारी दी जाती है, सभी रेगुलेटरी नीतियों और कानूनों का पालन किया जाता है — तो इस प्रक्रिया को Legal Insider Trading कहा जाता है।

उदाहरण के लिए, अगर एक कंपनी का सीईओ अपनी फर्म के शेयर खरीदता है और इस संबंध में SEBI को जानकारी देता है, तो यह एक वैध (Legal) प्रक्रिया मानी जाती है। ऐसे ट्रेड्स को SEBI की वेबसाइट पर Stock Exchange Filings के ज़रिए सार्वजनिक किया जाता है ताकि निवेशकों के बीच पारदर्शिता बनी रहे।

यह जरूरी नहीं कि हर Insider Trading गलत हो — अगर जानकारी पब्लिक है और सभी नियमों का पालन हुआ है, तो वह पूरी तरह वैध होती है।

2. Illegal Insider Trading

Illegal Insider Trading वह स्थिति है जब कोई व्यक्ति ऐसी Unpublished Price Sensitive Information (UPSI) के आधार पर शेयरों की खरीद या बिक्री करता है, जो अभी आम जनता को उपलब्ध नहीं है — और उस जानकारी का इस्तेमाल करके वह Illegal तरीके से Profit कमाता है।

इसमें शामिल लोग आमतौर पर कंपनी के अंदरूनी कर्मचारी, उच्च अधिकारी, ऑडिटर, सलाहकार या ऐसे व्यक्ति हो सकते हैं जिन्हें किसी कारणवश गोपनीय जानकारी पहले से मिल गई हो। अगर ये लोग उस जानकारी को खुद के फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं, तो यह सीधा कानून का उल्लंघन होता है।

उदाहरण: अगर कोई कंपनी मर्जर करने वाली है और यह खबर अभी पब्लिक नहीं हुई, लेकिन कंपनी के एक मैनेजर ने पहले ही शेयर खरीद लिए — और बाद में मुनाफा कमाया — तो यह Illegal Insider Trading In India का साफ उदाहरण है।

SEBI के नियमों के अनुसार, ऐसी गतिविधि अपराध की श्रेणी में आती है और दोषी पाए जाने पर उस व्यक्ति पर भारी जुर्माना, पाबंदी या जेल तक हो सकती है।

4. क्या भारत में इनसाइडर ट्रेडिंग Legal है?

भारत में Insider Trading एक गंभीर अपराध माना जाता है, खासकर जब यह गोपनीय जानकारी के आधार पर की जाती है। इस तरह की ट्रेडिंग पर SEBI की सख्त निगरानी रहती है, और इसके खिलाफ कानून भी बेहद स्पष्ट और कठोर हैं।

SEBI Insider Trading Regulations, 2015 के तहत यह साफ कहा गया है कि

कोई भी कंपनी से जुड़ा व्यक्ति — जैसे डायरेक्टर, अधिकारी, कर्मचारी या सलाहकार — अगर किसी तरह की गोपनीय और कीमत को प्रभावित करने वाली जानकारी के आधार पर शेयर बाजार में ट्रेड करता है, तो यह कानून का उल्लंघन है।

1. क्या ये हमेशा अवैध होती है?

नहीं, Insider Trading तभी Illegal होती है जब

  • वह जानकारी Publicly Available नहीं हो (UPSI)
  • और उस पर आधारित ट्रेड से किसी को अनुचित लाभ मिले।

अगर कोई Insider SEBI को पूर्व सूचना देकर, सभी नियमों के साथ ट्रेड करता है, तो वह Legal Insider Trading की श्रेणी में आता है।

2. Penalty For Insider Trading In India

SEBI Act के Section 15G के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उस पर निम्नलिखित दंड लगाए जा सकते हैं।

  • ₹25 करोड़ तक का जुर्माना
  • या तीन साल तक की जेल
  • या दोनों

इसके अलावा SEBI ऐसे व्यक्ति पर भविष्य में बाजार में ट्रेडिंग पर रोक, License Cancellation, और Civil Liability भी लगा सकता है।

Insider Trading In India तब तक अवैध नहीं मानी जाती जब तक वह पारदर्शिता और नियमों के साथ की गई हो। लेकिन अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करते हुए, दूसरों से पहले गोपनीय जानकारी का लाभ उठाता है, तो वह Illegal Insider Trading कहलाती है — और उस पर SEBI द्वारा सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

5. How SEBI Tracks Insider Trading?

Insider Trading को पकड़ना आसान नहीं होता, क्योंकि यह अक्सर बहुत प्लानिंग और गुप्त तरीके से की जाती है। लेकिन SEBI के पास अब इतने Advanced Surveillance Tools और Data Analytics Systems हैं कि वह ऐसे किसी भी संदिग्ध ट्रेडिंग पैटर्न को तेजी से ट्रैक कर सकता है।

How SEBI Tracks Insider Trading?

SEBI हर दिन हजारों ट्रेड्स को मॉनिटर करता है, और उसमें से जो भी Activity सामान्य से अलग दिखती है — उस पर तुरंत ध्यान देता है।

1. SEBI Insider Trading Surveillance कैसे काम करता है?

1. Unusual Price & Volume Movement Analysis

SEBI उन स्टॉक्स को ट्रैक करता है जिनमें किसी बड़ी खबर (जैसे M&A, Quarterly Result, Regulatory Approval आदि) से कुछ दिन पहले ही अचानक से ट्रेडिंग वॉल्यूम या प्राइस में बड़ा बदलाव होता है।
अगर कोई शेयर पब्लिक अनाउंसमेंट से पहले ही चढ़ने लगता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि किसी Insider ने पहले ही जानकारी का फायदा उठा लिया है।

2. Trade & Communication Mapping

SEBI Suspicious Trading Accounts की Communication History और Personal/Business Relationships को भी ट्रैक करता है। जैसे

  • क्या ट्रेड करने वाला व्यक्ति किसी कंपनी के डायरेक्टर या कर्मचारी से जुड़ा है?
  • क्या उससे पहले भी किसी Similar Activity में उसका नाम आया है?

इस तरह SEBI Insider से जुड़े Accounts और उनके Background को Link करता है।

3. AI-Based Surveillance Tools

आज SEBI के पास AI और Machine Learning आधारित सिस्टम हैं जो रोजाना लाखों ट्रेड डेटा को स्कैन करते हैं। ये सिस्टम Patterns को पहचानते हैं जैसे

  • अचानक Large Volume Buying
  • Same Group Of People Trading Before News
  • Abnormal Timing Of Trades

जैसे ही Suspicious Pattern मिलता है, सिस्टम ऑटोमैटिक अलर्ट भेजता है और SEBI की जांच शुरू हो जाती है।

2. SEBI Investigation Process

जब SEBI को कोई संदिग्ध Activity मिलती है, तो वो निम्नलिखित चरणों में जांच करता है।

  1. संबंधित ट्रेड्स और अकाउंट्स का पूरा डेटा इकठ्ठा किया जाता है।
  2. कॉल रिकॉर्ड्स, ईमेल, और मैसेज जैसे Communication चैनल्स की जांच की जाती है।
  3. कंपनी के अंदरूनी कर्मचारियों और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जाती है।
  4. सबूत मिलने पर कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) और फिर कानूनी कार्रवाई की जाती है।

SEBI के Surveillance Systems इतने सटीक हो गए हैं कि आज के समय में किसी भी तरह की Unusual Insider Activity को छुपा पाना बेहद मुश्किल हो गया है। यही वजह है कि SEBI हर साल कई हाई-प्रोफाइल Insider Trading Cases In India को बेनकाब करता है।

6. Insider Trading से कैसे बचें?

Insider Trading न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि यह एक ऐसा फंदा है जिसमें अनजाने में फँस जाना भी संभव है — खासकर Retail Investors के लिए। कई बार लोग बिना सोचे-समझे किसी Insider News के लालच में आकर ट्रेड करते हैं, जो बाद में Illegal Insider Trading के दायरे में आ सकते हैं।

Insider Trading से कैसे बचें?

इसलिए यह जरूरी है कि आप खुद को सतर्क रखें और नीचे दिए गए सुझावों का पालन करें।

1. भाई अंदर से खबर है… — ऐसे झांसे से बचें

अगर कोई दोस्त, व्हाट्सऐप ग्रुप या सोशल मीडिया पर आपको यह कहता है कि भाई अंदर से पक्की खबर है, ये शेयर उड़ने वाला है — तो तुरंत सतर्क हो जाइए।
ऐसी जानकारी जो अभी तक Public Domain में नहीं आई है, वह Unpublished Price-Sensitive Information हो सकती है। अगर आप उसके आधार पर ट्रेड करते हैं, तो आप पर भी SEBI द्वारा कार्रवाई हो सकती है — भले ही आप अनजाने में फँसे हों।

2. सिर्फ भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी लें

हमेशा कंपनी के Official AnnouncementsStock Exchange Filings, या SEBI की वेबसाइट से ही जानकारी लें।
कोई भी खबर तब तक सुरक्षित नहीं मानी जाती जब तक वह सार्वजनिक रूप से घोषित न हो जाए।

NSE और BSE की Websites पर हर कंपनी की Corporate Filings और Price-Sensitive Disclosures उपलब्ध होते हैं। उन्हें नियमित रूप से पढ़ना एक आदत बनाएं।

3. Personal Communication से जुड़े ट्रेड्स से बचें

अगर आप किसी कंपनी में काम करते हैं, या आपका कोई करीबी Insider Position पर है — तो ऐसे में उससे जुड़ी गोपनीय जानकारी का उपयोग ट्रेडिंग में न करें।
SEBI के नियमों के अनुसार, किसी भी Insider से मिली गैर-सार्वजनिक जानकारी का इस्तेमाल करना पूरी तरह गैरकानूनी है, चाहे वह इत्तेफाक से मिली हो या जानबूझकर।

4. Long-Term, Research-Based Investing अपनाएं

Shortcuts और Quick Tips के भरोसे शेयर बाजार में पैसा लगाना खतरनाक हो सकता है। इसके बजाय खुद से कंपनियों का Fundamental और Technical Analysis करें और लॉन्ग टर्म निवेश का नजरिया रखें।
Proper Research और Discipline ही आपको एक सफल निवेशक बनाता है, न कि अंदर की खबरें।

7. Why Insider Trading is Bad for the Market?

Insider Trading सिर्फ एक कानून का उल्लंघन नहीं है — यह पूरे मार्केट सिस्टम की साख और पारदर्शिता पर सवाल है। शेयर बाजार का असली आधार होता है।

समान अवसर (Equal Opportunity) और पारदर्शिता (Transparency)

जब कुछ चुनिंदा लोग कंपनी की गोपनीय जानकारी का फायदा उठाकर दूसरों से पहले मुनाफा कमा लेते हैं, तो यह बाकी सभी निवेशकों के साथ अन्याय होता है।

Why Insider Trading is Bad for the Market?

1. Market Integrity को नुकसान

Market Integrity का मतलब है कि हर निवेशक को एक जैसी जानकारी और बराबरी का मौका मिले। लेकिन Insider Trading इस मूलभूत सिद्धांत को तोड़ती है।

अगर मार्केट में यह धारणा बन जाए कि कुछ लोगों को पहले से पता होता है, तो बाकी निवेशकों का भरोसा टूट जाता है।
और जब भरोसा नहीं रहेगा, तो बाजार में पार्टिसिपेशन भी घटेगा — जिससे पूरी इकोनॉमी पर असर पड़ेगा।

2. Fair Trading Environment का अंत

Insider Trading एक Level Playing Field को असंतुलित कर देती है।
मान लीजिए आप एक आम निवेशक हैं और किसी कंपनी के शेयर इसलिए खरीदते हैं क्योंकि आपने उसका अच्छा Quarterly Result देखा।

लेकिन उसी कंपनी का कोई Insider पहले से यह जानकारी पाकर शेयर खरीद चुका था — और Result आते ही मुनाफा कमा चुका है।

आपकी मेहनत और रिसर्च के मुकाबले Insider को अनुचित लाभ मिला — यह मार्केट के Fairness को तोड़ता है।

3. Investor Confidence में गिरावट

जब आम निवेशकों को लगने लगता है कि मार्केट में तो सब पहले से सेट होता है, तो उनका भरोसा टूटता है।
वे फिर या तो शेयर बाजार से दूर हो जाते हैं, या बहुत डर के साथ ट्रेड करते हैं — जो मार्केट के हेल्थ और लिक्विडिटी दोनों के लिए बुरा है।

Investor Trust ही शेयर बाजार की रीढ़ है — और Insider Trading इसे अंदर से खोखला कर देती है।

4. Long-Term Growth और Innovation पर असर

शेयर बाजार का मकसद है — कंपनियों को पूंजी उपलब्ध कराना ताकि वे इनोवेशन कर सकें और देश की इकोनॉमी आगे बढ़े।
लेकिन जब इनसाइडर ट्रेडिंग बढ़ती है, तो Long-Term निवेशक पीछे हटने लगते हैं।

इससे Genuine Companies को भी फंडिंग में दिक्कत होती है, और पूरा मार्केट Speculative और खतरनाक बन जाता है।

8. निष्कर्ष

अब आपने विस्तार से समझ लिया कि What Is Insider Trading और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यह शेयर बाजार की सबसे संवेदनशील और गंभीर अवधारणाओं में से एक है। इनसाइडर ट्रेडिंग उस स्थिति को दर्शाता है जहाँ कुछ चुनिंदा लोग गोपनीय जानकारी (जो आम निवेशकों को उपलब्ध नहीं होती) का इस्तेमाल करके Illegal तरीके से Profit कमाते हैं। यह प्रक्रिया न सिर्फ नैतिक रूप से गलत है, बल्कि भारत में SEBI द्वारा इसे एक दंडनीय अपराध भी घोषित किया गया है।

ऐसी गतिविधियाँ न केवल बाजार की निष्पक्षता को चोट पहुँचाती हैं, बल्कि आम निवेशकों के भरोसे को भी बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। शेयर बाजार की सबसे बड़ी ताकत उसकी पारदर्शिता और बराबरी का मौका होती है। लेकिन Insider Trading उस सिस्टम को तोड़ देती है जहाँ कुछ लोग जानकारी की शक्ति के बल पर दूसरों से आगे निकल जाते हैं। इससे ना सिर्फ निवेशकों का आत्मविश्वास कमजोर होता है, बल्कि बाजार की दीर्घकालिक स्थिरता और विश्वसनीयता भी खतरे में पड़ती है।

अगर आप एक नए या समझदार निवेशक हैं, तो यह बेहद ज़रूरी है कि आप किसी भी प्रकार की अंदरूनी खबर, अफवाह या अनऑफिशियल टिप्स के आधार पर निवेश न करें। इससे आप अनजाने में ही कानून के उल्लंघन की स्थिति में आ सकते हैं। हमेशा कंपनी के Official Announcements, Stock Exchange पर उपलब्ध Filings और Verified Financial Reports पर भरोसा करें। साथ ही, खुद का रिसर्च करें और लॉन्ग टर्म, डिसिप्लिन्ड और Ethical निवेश की आदत अपनाएं।

Insider Trading से दूर रहना केवल एक कानून के पालन का मामला नहीं है, बल्कि यह एक जिम्मेदार निवेशक बनने की दिशा में उठाया गया कदम है। जब आप सार्वजनिक जानकारी के आधार पर ईमानदारी से निवेश करते हैं, तो न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहता है, बल्कि आप बाजार की पारदर्शिता और ईमानदारी को भी मजबूत करने में योगदान देते हैं।

याद रखें — शेयर बाजार में स्थिर और सुरक्षित मुनाफा उन लोगों को मिलता है जो धैर्य, समझदारी और नैतिकता के साथ निवेश करते हैं, न कि उन लोगों को जो शॉर्टकट और अंदरूनी जानकारी के लालच में नियम तोड़ते हैं। इसलिए हमेशा सोच-समझकर और नियमों के भीतर रहकर ट्रेडिंग करें — यही स्मार्ट और सच्चे निवेशक की पहचान है।

9. Disclaimer

इस लेख में दी गई समस्त जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से प्रदान की गई है। इसमें उल्लेखित सभी तथ्यों, उदाहरणों और व्याख्याओं का उद्देश्य पाठकों को Insider Trading की प्रकृति, उसके प्रकार, कानूनी स्थिति और प्रभावों के बारे में जागरूक करना है। यह लेख किसी भी प्रकार की निवेश सलाह, कानूनी सलाह या ट्रेडिंग सिफारिश प्रदान नहीं करता।

Insider Trading भारतीय कानूनों के अंतर्गत एक गंभीर आर्थिक अपराध है, और इसके लिए SEBI द्वारा सख्त दंड का प्रावधान है। यदि आप किसी कंपनी में कार्यरत हैं या किसी Price-Sensitive Information तक आपकी पहुँच है, तो आप पर कानूनन विशेष दायित्व लागू होते हैं। इस विषय में किसी भी निर्णय से पहले आप एक योग्य कानूनी विशेषज्ञ या SEBI-Registered Financial Advisor से परामर्श अवश्य लें।

इस लेख में बताए गए सभी उदाहरण केवल समझाने के उद्देश्य से हैं, इनका किसी व्यक्ति, संस्था, या कंपनी से कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है। लेखक और Share Market Guruji वेबसाइट इस सामग्री का उपयोग करके लिए गए किसी भी निर्णय या उससे होने वाले किसी भी लाभ या हानि के लिए उत्तरदायी नहीं हैं।

आपका विवेक ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है — इसलिए कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले पूरी जानकारी और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें।

10. Insider Trading – 5 FAQs (Frequently Asked Questions)

1. Insider Trading क्या है और यह गैरकानूनी क्यों होती है?

Insider Trading वह प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति गोपनीय (Unpublished Price Sensitive) जानकारी के आधार पर शेयर खरीदता या बेचता है। यह इसलिए गैरकानूनी होती है क्योंकि इससे मार्केट में समान अवसर नहीं मिलते और आम निवेशकों के साथ अन्याय होता है।

2. भारत में Insider Trading को रेगुलेट कौन करता है?

भारत में Insider Trading को SEBI (Securities and Exchange Board of India) रेगुलेट करता है। SEBI ने 2015 में Insider Trading Regulations लागू किए थे, जिनके तहत ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है और दोषी पाए जाने पर सज़ा और जुर्माना लगाया जाता है।

3. Insider Trading का उदाहरण क्या हो सकता है?

अगर किसी कंपनी का CFO यह जानता है कि अगले हफ्ते कंपनी का बड़ा प्रॉफिट डिक्लेयर होने वाला है और वह पब्लिक अनाउंसमेंट से पहले ही शेयर खरीद लेता है, तो यह Insider Trading का एक अच्छा उदाहरण होगा।

4. क्या हर Insider Trading गैरकानूनी होती है?

नहीं, हर Insider Trading Illegal नहीं होती। अगर कोई Insider SEBI को सूचित करके, सभी नियमों का पालन करते हुए ट्रेड करता है, तो उसे Legal Insider Trading कहा जाता है। लेकिन गोपनीय जानकारी का अनुचित लाभ उठाना गैरकानूनी होता है।

5. एक आम निवेशक Insider Trading से कैसे बच सकता है?

आम निवेशकों को सिर्फ सार्वजनिक जानकारी के आधार पर ही ट्रेड करना चाहिए। अगर कोई अंदरूनी जानकारी या अफवाह पर ट्रेड करने को कहे, तो सतर्क रहें। SEBI की वेबसाइट, कंपनी की Official Announcements और Verified Sources पर ही भरोसा करें।

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Share Market Guruji एक भरोसेमंद और नॉलेज से भरपूर प्लेटफॉर्म है, जहाँ Share Market की जटिल बातों को आसान भाषा में समझाया जाता है। यहाँ आपको मिलती है Professional Analysis, Trading, Candlestick Pattern की जानकारी और Smart Investment के Tips – वो भी बिल्कुल सरल भाषा में। तो Share Market Guruji है आपके Trading और Investment सफर का भरोसेमंद साथी।

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