Option Trading in Hindi – कम पैसे से बड़ा मुनाफा कैसे कमाएं?
1. परिचय
आज के तेज़ी से बदलते हुए फाइनेंशियल मार्केट में Option Trading एक ऐसा माध्यम बनकर उभरा है जो कम पैसे से अधिक मुनाफे की संभावना देता है। लेकिन इसका सही फ़ायदा उठाने के लिए सबसे पहले हमें यह समझना ज़रूरी है कि Option Trading Kya Hai?
Option Trading को हिंदी में समझें तो यह विकल्प व्यापार कहलाता है, जो शेयर बाजार के एक विशेष भाग Derivatives Market से जुड़ा होता है। डेरिवेटिव्स वे फाइनेंशियल Instrument होते हैं जिनकी कीमत किसी वास्तविक संपत्ति (जैसे स्टॉक्स, इंडेक्स, कमोडिटी आदि) पर आधारित होती है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में, आप किसी शेयर या इंडेक्स को भविष्य में एक निश्चित मूल्य (जिसे Strike Price कहते हैं) पर खरीदने या बेचने का अधिकार रखते हैं — लेकिन कोई बाध्यता नहीं होती। यही इस मार्केट की सबसे बड़ी खासियत है।
इसमें दो प्रमुख विकल्प होते हैं
- Call Option – अगर आपको लगता है कि भविष्य में स्टॉक की कीमत बढ़ेगी, तो आप Call Option खरीदते है।
- Put Option – अगर आपको लगता है कि भविष्य में स्टॉक की कीमत गिरेगी, तो आप Put Option खरीदते है।
इसका मतलब ये हुआ कि आप बिना स्टॉक खरीदे भी केवल उसकी दिशा का पता लगाकर मुनाफा कमा सकते हैं। यही कारण है कि ऑप्शन ट्रेडिंग को अक्सर कम पैसे में बड़ा खेल कहा जाता है।
यह उन निवेशकों के लिए खासतौर पर फायदेमंद होता है
- जो कम पूंजी से ज्यादा लाभ कमाना चाहते हैं
- जो मौजूदा पोर्टफोलियो को गिरावट से सुरक्षित करना चाहते हैं, जिसे Hedging कहा जाता है।
- जो एक ही ट्रेड में कई रणनीतियाँ अपनाकर बाजार के उतार-चढ़ाव से लाभ उठाना चाहते हैं
हालांकि, ऑप्शन ट्रेडिंग को अपनाने से पहले इसके काम करने का तरीका, जोखिम, स्ट्रैटेजी और सही समय पर एंट्री/एग्ज़िट जैसी चीज़ों की समझ होना बेहद ज़रूरी है।
2. ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?
Option Trading in Hindi एक ऐसा ट्रेडिंग का तरीका है जिसमें निवेशक को भविष्य की एक निर्धारित तारीख तक किसी शेयर या इंडेक्स को एक निश्चित कीमत पर खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है, लेकिन उसे ऐसा करने के लिए कोई बाध्यता नहीं होती। यह लचीलापन Option Trading को पारंपरिक ट्रेडिंग से अलग और कहीं अधिक स्मार्ट विकल्प बनाता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग मुख्य रूप से दो प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स पर आधारित होती है — Call Option और Put Option

1. Call Option क्या होता है?
Call Option एक ऐसा कॉन्ट्रैक्ट होता है जो Trader को यह अधिकार देता है कि वह भविष्य में किसी स्टॉक को एक निश्चित कीमत (Strike Price) पर खरीद सके। जब किसी निवेशक को लगता है कि किसी स्टॉक की कीमत भविष्य में बढ़ने वाली है, तो वह Call Option खरीदता है। इस स्थिति में, अगर भविष्य में स्टॉक की कीमत Strike Price से ऊपर चली जाती है, तो वह उस ऑप्शन से मुनाफा कमा सकता है।
2. Put Option क्या होता है?
Put Option इसका उल्टा होता है। यह निवेशक को यह अधिकार देता है कि वह भविष्य में किसी स्टॉक को एक निश्चित कीमत पर बेच सके। यदि किसी निवेशक को लगता है कि स्टॉक की कीमत नीचे जाने वाली है, तो वह Put Option खरीदता है। जब कीमत वास्तव में गिरती है, तो यह ऑप्शन उसे नुकसान से बचाने में (Hedging करने में) मदद करता है या मुनाफा देने का मौका बनाता है।
Option, बाध्यता नहीं
सबसे अहम बात यह है कि इन ऑप्शंस के ज़रिए निवेशक को यह चुनाव की आज़ादी मिलती है कि वह चाहे तो उस अधिकार का इस्तेमाल करे या ना करे। यानी Call या Put Option खरीदने के बाद यदि बाज़ार आपकी सोच के विपरीत चलता है, तो आप उस ऑप्शन को इस्तेमाल नहीं करने का भी फैसला ले सकते हैं। आपका नुकसान सिर्फ उस छोटे से प्रीमियम तक सीमित रहता है जो आपने कॉन्ट्रैक्ट खरीदते समय दिया था।
इसी लचीलापन (Flexibility) के कारण आज Option Trading उन निवेशकों की पहली पसंद बनती जा रही है जो कम जोखिम में अधिक रिटर्न चाहते हैं, साथ ही ट्रेडिंग में रणनीतिक सोच और नियंत्रण भी बनाए रखना चाहते हैं।
3. Option Trading Strategies in Hindi
जब बात Option Trading in Hindi की आती है, तो सिर्फ Call और Put ऑप्शन खरीदना ही काफी नहीं होता। सही समय पर सही Option Strategy अपनाना बहुत जरूरी होता है — ताकि आप न सिर्फ ज़्यादा मुनाफा कमा सकें, बल्कि संभावित नुकसान को भी सीमित रख सकें।

Option Trading में कई प्रकार की रणनीतियाँ होती हैं, जिनमें से कुछ आसान होती हैं और कुछ थोड़ी एडवांस। यहां कुछ प्रमुख और लोकप्रिय ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज़ का विस्तार से उल्लेख किया गया है।
1. Long Call Strategy
यह सबसे सरल और सामान्य ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति है। इसमें आप उम्मीद करते हैं कि स्टॉक की कीमत भविष्य में बढ़ेगी। इसलिए आप एक Call Option खरीदते हैं। इसमें नुकसान सिर्फ उस प्रीमियम तक सीमित रहता है जो आपने ऑप्शन के लिए भुगतान किया था।
2. Covered Call Strategy
इस रणनीति में आप किसी स्टॉक को पहले से होल्ड करते हैं और उसके ऊपर Call Option बेचते हैं। अगर स्टॉक की कीमत ज्यादा नहीं बढ़ती, तो आप प्रीमियम के रूप में मुनाफा कमाते हैं। यह एक रिस्क-मैनेजमेंट रणनीति है जो स्थिर या साइडवेज़ मार्केट के लिए उपयुक्त होती है।
3. Protective Put Strategy
इस स्ट्रेटेजी का उपयोग तब किया जाता है जब आप स्टॉक होल्ड कर रहे होते हैं और चाहते हैं कि अगर कीमत गिर जाए तो आपको नुकसान न हो। इसके लिए आप उस स्टॉक पर Put Option खरीदते हैं, जो एक तरह का इंश्योरेंस की तरह काम करता है।
4. Bull Call Spread Strategy
यह एक एडवांस स्ट्रेटेजी है जिसमें आप एक Low Strike Call Option खरीदते हैं और एक Higher Strike Call Option बेचते हैं। यह रणनीति तब उपयोगी होती है जब आप बाजार में सीमित तेजी की उम्मीद करते हैं और साथ ही चाहते हैं कि आपकी लागत भी कम रहे।
5. Straddle Strategy
Straddle तब उपयोग की जाती है जब आपको बाजार में बड़ी हलचल की उम्मीद होती है, लेकिन दिशा का अंदाजा नहीं होता। इसमें आप एक ही स्ट्राइक प्राइस पर Call और Put दोनों खरीदते हैं। इससे किसी भी दिशा में तेजी से मूव होने पर आपको फायदा हो सकता है।
इन सभी रणनीतियों का उद्देश्य होता है।
✅ लाभ को अधिकतम करना
✅ जोखिम को नियंत्रित करना
शुरुआती निवेशकों के लिए सलाह यही है कि वे साधारण रणनीतियों जैसे Long Call और Protective Put से शुरुआत करें और जैसे-जैसे अनुभव बढ़े, धीरे-धीरे एडवांस स्ट्रेटेजीज़ अपनाएं।
इन स्ट्रेटेजीज़ को सीखकर और सही तरीके से इस्तेमाल करके आप ऑप्शन ट्रेडिंग में समझदारी से कदम बढ़ा सकते हैं और अपनी निवेश यात्रा को एक नई दिशा दे सकते हैं।
4. Benefits of Option Trading in Hindi
Option Trading ना सिर्फ तेज़ मुनाफा कमाने का मौका देती है, बल्कि यह ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका है जो आपको बाज़ार में लचीलापन, कंट्रोल और जोखिम प्रबंधन की सुविधा भी देता है। ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ प्रमुख फायदे नीचे दिए गए हैं, जिन्हें जानकर आप समझ सकेंगे कि क्यों यह नए निवेशकों की पहली पसंद बन चुकी है।

1. कम निवेश में ज्यादा मुनाफा
ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें आप थोड़े से निवेश में ही किसी बड़े स्टॉक या इंडेक्स पर Buying Position बना सकते हैं। इससे आप बिना ज़्यादा पैसे लगाए बड़े प्रॉफिट बना सकते हैं। यही कारण है कि नए निवेशक भी इसमें रुचि लेते हैं।
2. सीमित जोखिम
जब आप एक Option खरीदते हैं — चाहे वह Call हो या Put — तो आपका अधिकतम नुकसान केवल उस प्रीमियम तक सीमित होता है जो आपने ऑप्शन खरीदने के लिए चुकाया है। इससे ट्रेडर को पहले से पता होता है कि उसका नुकसान अधिकतम कितना हो सकता है, और वह मानसिक रूप से तैयार रहता है।
3. पोर्टफोलियो हेजिंग की सुविधा
Option Trading आपको अपने मौजूदा निवेश पोर्टफोलियो को बाजार की गिरावट से बचाने (Hedge करने) का मौका देती है। उदाहरण के तौर पर, अगर आपके पास किसी कंपनी के स्टॉक्स हैं और आपको गिरावट की आशंका है, तो आप Put Option खरीदकर नुकसान से बच सकते हैं।
4. लीवरेज का लाभ – कम पूंजी से बड़ा पोजीशन
Options ट्रेडिंग में लीवरेज की सुविधा होती है, जिससे आप छोटी राशि में बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेड कर सकते हैं। इससे आपकी रिटर्न संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। हालांकि, इसके साथ समझदारी और जोखिम नियंत्रण की जरूरत होती है।
5. मार्केट दिशा के अनुसार प्लानिंग की क्षमता
Option Trading की सबसे शानदार बात यह है कि आप मार्केट की दिशा के अनुसार रणनीति बना सकते हैं — चाहे वह ऊपर जाए, नीचे जाए या साइडवेज़ रहे। इसके लिए आपके पास अलग-अलग स्ट्रेटेजीज़ होती हैं जो हर स्थिति में उपयोगी साबित होती हैं।
5. Risks of Option Trading in Hindi
Option Trading जितना मुनाफे का मौका देता है, उतना ही इसमें जोखिम भी छिपा होता है — खासकर उन लोगों के लिए जो बिना तैयारी या अनुभव के इसमें आते हैं। नीचे कुछ प्रमुख जोखिम दिए गए हैं, जो हर ऑप्शन ट्रेडर को जानने बेहद ज़रूरी हैं।

1. समय की भूमिका – Time Decay
ऑप्शन ट्रेडिंग में समय बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। जैसे-जैसे Expiry Date नज़दीक आती है, वैसे-वैसे ऑप्शन के Premium की वैल्यू गिरती जाती है, जिसे Time Decay कहा जाता है। अगर आपने सही समय पर पोजिशन नहीं बनाई या Exit नहीं की, तो मुनाफा होने की बजाय नुकसान हो सकता है — भले ही स्टॉक आपकी दिशा में ही क्यों न चला हो।
2. ज्यादा Volatility और गलत रणनीति
अगर बाज़ार में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव है (High Volatility) या आपने स्थिति के अनुसार गलत Option Strategy चुनी है, तो इससे सीधा नुकसान हो सकता है। बहुत बार नए ट्रेडर्स सिर्फ भावनाओं के आधार पर Call या Put खरीद लेते हैं — जो कि जोखिम भरा हो सकता है।
3. बिना अनुभव के ट्रेडिंग करना
Option Trading एक Technical Skill है। इसमें गहरी समझ, प्लानिंग और अनुशासन की ज़रूरत होती है। यदि आप बिना गाइडेंस या रिसर्च के ट्रेडिंग करते हैं, तो नुकसान तय है। शुरुआती लोगों को हमेशा छोटी पूंजी से और सरल रणनीतियों से शुरुआत करनी चाहिए।
4. Sellers के लिए असीमित जोखिम
अगर आप Option बेचते हैं (Option Seller है) और आपने Hedging नहीं की, तो आपका नुकसान अनलिमिटेड हो सकता है। खासकर अगर मार्केट अचानक तेजी से ऊपर या नीचे चला जाए, तो यह स्थिति खतरनाक हो सकती है। इसलिए Sellers के लिए सही मैनेजमेंट और Risk Control जरूरी है।
6. Options Trading in India
भारत में Option Trading पिछले कुछ वर्षों में तेजी से लोकप्रिय हुआ है। यह अब सिर्फ बड़े निवेशकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब रिटेल ट्रेडर्स और युवा निवेशक भी इस क्षेत्र में तेजी से कदम रख रहे हैं। भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग की सुविधा मुख्य रूप से NSE (National Stock Exchange) और BSE (Bombay Stock Exchange) जैसे प्रमुख एक्सचेंजों पर मिलती है।

यहां जानिए कि भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने और समझने के लिए किन बुनियादी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
1. ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट
भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको एक भरोसेमंद ब्रोकर के साथ अपना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलना होता है। Zerodha, Upstox, Angel One, Groww, Kotak Neo जैसे प्लेटफ़ॉर्म आज के समय में सबसे लोकप्रिय ऑप्शन ब्रोकर्स में आते हैं। यह अकाउंट आपको लाइव मार्केट में ऑप्शंस खरीदने और बेचने की सुविधा देता है।
अभी Option Trading शुरू करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपना Demat Account खोले।
Groww पर अभी फ्री Demat अकाउंट खोलें और ट्रेडिंग की शुरुआत करें
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Zerodha पर अभी फ्री Demat अकाउंट खोलें और ट्रेडिंग की शुरुआत करें
2. Option Chain की समझ
Option Chain एक डेटा टेबल होती है जिसमें किसी विशेष स्टॉक या इंडेक्स के विभिन्न स्ट्राइक प्राइस के Call और Put ऑप्शंस की जानकारी होती है। इसमें आप देख सकते हैं।
- किस Strike Price पर कितना Premium चल रहा है
- Open Interest
- Volume
- Implied Volatility (IV)
Option Chain को पढ़ना आना हर ऑप्शन ट्रेडर के लिए आवश्यक स्किल है, क्योंकि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बाजार कहां मूव कर सकता है।
3. Premium, Strike Price, Expiry Date, और Lot Size का ज्ञान
ऑप्शन ट्रेडिंग में चार तकनीकी शब्द सबसे अधिक जरूरी हैं।
- Premium: वो राशि जो ऑप्शन खरीदते समय चुकाई जाती है।
- Strike Price: Strike Price वह निश्चित कीमत होती है जिस पर Option Buyer को भविष्य में किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है।
- Expiry Date: वो तारीख जब ऑप्शन की वैलिडिटी खत्म होती है।
- Lot Size: ऑप्शन एक फिक्स्ड मात्रा में खरीदे-बेचे जाते हैं, जिसे Lot Size कहते हैं (जैसे Nifty का Lot Size = 75)
इन सभी टर्म्स को सही से समझे बिना कोई भी Trade करना जोखिम भरा हो सकता है।
4. Margin Requirement और Risk Management
यदि आप ऑप्शन बेचना चाहते हैं तो उसके लिए एक निश्चित मार्जिन की आवश्यकता होती है, जो ब्रोकर द्वारा ब्लॉक किया जाता है। मार्जिन की मात्रा आपके ट्रेड की साइज और रिस्क के आधार पर तय होती है। इसलिए
- Capital का सही प्रबंधन करें
- Stop Loss और Target जरूर सेट करें
- सिर्फ अनुभव के साथ Advance Strategies अपनाएं
Risk Management ऑप्शन मार्केट में Survive करने का सबसे जरूरी हिस्सा है।
5. भारत में ऑप्शन मार्केट की ग्रोथ
आज भारत में ऑप्शन मार्केट का आकार तेजी से बढ़ रहा है। NSE का F&O (Futures & Options) Segment अब दुनिया के सबसे बड़े वॉल्यूम वाले मार्केट्स में शामिल हो चुका है। इसमें खासकर Nifty और Bank Nifty में भारी Liquidity देखने को मिलती है, जिससे एंट्री और एग्ज़िट दोनों आसान हो जाते हैं।
इसलिए अगर आप भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, तो शुरुआत सही जानकारी, ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म, और Risk Control से करें। भारत का ऑप्शन मार्केट अब सीखने वालों के लिए एक बड़ा अवसर बन चुका है — बस ज़रूरत है समझदारी और अनुशासन की।
7. निष्कर्ष
अब तक आपने विस्तार से जाना कि Option Trading Kya Hai In Hindi, ये कैसे काम करता है, इसके फायदे क्या हैं, क्या जोखिम जुड़ा होता है और भारत में इसका क्या Scope है। अगर आप Stock Market में नए है, और सोचते हैं Option Trading Kaise Kare, तो यह जानकारी आपके लिए पहला कदम है।
ऑप्शन ट्रेडिंग एक स्मार्ट निवेश तकनीक है, जिसमें आप कम पूंजी में भी बड़ी पोजिशन बना सकते हैं — और वह भी बिना किसी ज़बरदस्ती के। इसमें आप Call Aur Put Options का इस्तेमाल करके बाज़ार के ऊपर, नीचे या साइडवेज़ मूवमेंट से भी मुनाफा कमा सकते हैं। यही Flexibility इसे Smart Traders Ka Favourite Tool बनाती है।
हालांकि, आपने यह भी सीखा कि Option Trading Ka Risk भी Real होता है — जैसे Time Decay, High Volatility और गलत Strategies, लेकिन सही जानकारी और Discipline के साथ, आप Option Trading For Beginners In Hindi जैसे Topics पर खुद Mastery हासिल कर सकते हैं। शुरुआत हमेशा Basic Option Trading Strategies In Hindi से करें जैसे Long Call, Protective Put, या Bull Call Spread
भारत में आज NSE और BSE जैसे Platforms के ज़रिए ऑप्शन मार्केट तेज़ी से बढ़ रहा है। ज़रूरत है एक Registered Broker, Option Chain Ka Sahi Analysis, और Risk Management Ke Basic Tools की। यदि आप यह सब Step-By-Step सीखते हैं तो Option Trading Se Paise Kaise Kamaye, इसका जवाब खुद-ब-खुद मिल जाएगा।
चाहे आप Student हों, Job Professional या Full-Time Trader – Option Trading एक ऐसा Financial Tool है जो आपके Capital को Smartly ग्रो कर सकता है — बस जरुरत है सही Knowledge Aur Planning की।
तो अब देर किस बात की?
शुरुआत कीजिए SIP या स्टॉक निवेश से और धीरे-धीरे ऑप्शन ट्रेडिंग की दुनिया में कदम रखिए — ज्ञान के साथ, रणनीति के साथ, और सबसे ज़रूरी – धैर्य के साथ।
ऑप्शन ट्रेडिंग सिर्फ एक स्किल नहीं, बल्कि एक आदत है — और अगर आप इसे सीखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो बाज़ार आपको हर दिन कुछ नया सिखाएगा।
8. डिस्क्लेमर
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Option Trading, SIP (Systematic Investment Plan), और अन्य वित्तीय साधन बाज़ार जोखिमों के अधीन होते हैं। इनमें लाभ की संभावना जितनी होती है, उतना ही नुकसान का भी जोखिम होता है।
इसलिए कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले कृपया अपने SEBI रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइज़र से व्यक्तिगत सलाह अवश्य लें।
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9. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. Option Trading Kya Hoti Hai?
Option Trading एक ऐसा निवेश करने का तरीका है जिसमें आप किसी स्टॉक या इंडेक्स को एक तय कीमत (Strike Price) पर भविष्य की तारीख तक खरीदने या बेचने का अधिकार प्राप्त करते हैं। इसमें Call Option और Put Option दो मुख्य प्रकार होते हैं।
2. Option Trading Kaise Kare?
शुरुआत करने के लिए आपको एक भरोसेमंद ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलना होगा। उसके बाद Option Chain, Premium, Strike Price और Expiry Date जैसी बेसिक जानकारी को समझना जरूरी होता है। शुरुआत में छोटे ट्रेड से अभ्यास करना फायदेमंद होता है।
3. Kya Option Trading Safe Hoti Hai?
Option Trading पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है क्योंकि इसमें जोखिम शामिल होता है, खासकर अगर बिना अनुभव और रणनीति के ट्रेड किया जाए। लेकिन सही जानकारी, Risk Management और Discipline के साथ यह लाभदायक भी हो सकता है।
4. Option Trading Me Profit Kaise Hota Hai?
Profit तब होता है जब बाजार की दिशा आपकी Position (Call ya Put) के अनुसार चलती है। आप कम कीमत पर खरीदकर ज्यादा पर बेच सकते हैं, या भविष्य में गिरावट का फायदा उठाकर Put Option से मुनाफा कमा सकते हैं।
5. Option Chain Kya Hoti Hai Aur Kaise Samjhe?
Option Chain एक टेबल होती है जिसमें Call और Put Options की जानकारी होती है — जैसे Premium, Open Interest, Strike Price और Expiry Date। इसे समझना Option Trading में Entry और Exit Decide करने के लिए बेहद जरूरी है।