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How Many Stocks Are Listed In NSE? जानें NSE Share List 2025 की पूरी जानकारी

How Many Stocks Are Listed In NSE? जानें NSE Share List 2025 की पूरी जानकारी

शेयर बाजार न केवल एक निवेश का माध्यम है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, विकास और लोगों के वित्तीय दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। जब भी कोई निवेशक शेयर मार्केट में कदम रखता है, तो उसके मन में पहला सवाल यही होता है – NSE में कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं?

2025 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर हजारों कंपनियां लिस्टेड हैं, जिनमें से कुछ बड़े और स्थिर व्यवसायों से जुड़ी हैं, तो कुछ स्मॉलकैप और ग्रोथ स्टेज पर हैं। इनमें मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, केमिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे हर सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं। NSE का यह विविधता भरा नेटवर्क नए और अनुभवी दोनों तरह के निवेशकों को भरपूर अवसर प्रदान करता है।

आइए, इस लेख में हम विस्तार से समझते हैं कि 2025 तक NSE में कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं, उनकी कैटेगरी क्या है, और यह जानकारी आपकी निवेश रणनीति को कैसे मजबूत बना सकती है।

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How Many Companies Are Listed In NSE?

2025 की दूसरी तिमाही (April–June 2025) के अंत तक, NSE (National Stock Exchange) पर लगभग 2,644 से 2,670 कंपनियां लिस्टेड हैं। यह आंकड़ा भारत के इक्विटी मार्केट में निरंतर बढ़ते निवेशकों की संख्या और कंपनियों की भागीदारी को दर्शाता है। NSE न केवल भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, बल्कि लिस्टिंग के लिहाज़ से यह एशिया के अग्रणी एक्सचेंजों में से एक है।

How many Companies are listed in NSE

NSE पर लिस्टेड कंपनियों को मुख्यतः दो बड़ी श्रेणियों में बांटा जा सकता है।

1. Mainboard (मुख्य बाजार)

Mainboard यानी EQ Series में लगभग 2,080 से अधिक कंपनियां सक्रिय रूप से ट्रेड हो रही हैं। ये वे कंपनियां होती हैं जो लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कैटेगरी में आती हैं। इनमें से अधिकतर कंपनियां ब्लूचिप या फंडामेंटली मजबूत होती हैं। इनमें निवेशक रोजाना बड़ी मात्रा में ट्रेडिंग करते हैं, जिससे इनकी लिक्विडिटीपारदर्शिता, और रिटर्न पोटेंशियल बेहतर होता है।

2. SME Platform (NSE Emerge)

SME यानी Small and Medium Enterprises के लिए बना विशेष प्लेटफॉर्म है – जिसे NSE Emerge के नाम से जाना जाता है। 2025 की दूसरी तिमाही तक, इस प्लेटफॉर्म पर 580 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं।

यह मंच उन छोटी कंपनियों को पूंजी बाज़ार से फंड जुटाने का अवसर देता है, जो भविष्य में बड़ी कंपनियों में बदल सकती हैं।

NSE Share Types In Hindi

NSE (National Stock Exchange) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जहां हजारों कंपनियां अलग-अलग नियमों और ट्रेडिंग पैटर्न के आधार पर सूचीबद्ध होती हैं। सभी शेयर एक जैसे ट्रेडिंग नियमों के तहत नहीं आते — इसलिए NSE ने इन्हें अलग-अलग Series में वर्गीकृत किया है। यह वर्गीकरण निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि किस शेयर में कितना जोखिम है, कितनी लिक्विडिटी है, और कौन सा निवेश उनके लिए उपयुक्त रहेगा।

NSE Share Types In Hindi

नीचे NSE की प्रमुख Series का विस्तृत विवरण दिया गया है।

1. EQ Series क्या है?

EQ Series (Equity Series) NSE की सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग कैटेगरी है, जहां डिलिवरी और इंट्राडे दोनों तरह की ट्रेडिंग की जा सकती है। इसमें ज़्यादातर लिक्विड और फंडामेंटली मजबूत कंपनियां लिस्टेड होती हैं, जो Nifty 50 जैसे इंडेक्स का हिस्सा भी होती हैं। EQ सीरीज़ में ट्रेडिंग आसान होती है और यही रिटेल निवेशकों की पहली पसंद होती है। 2025 तक इसमें 1,800+ कंपनियां ट्रेड हो रही हैं। अगर आप अच्छे स्टॉक्स में निवेश या ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो EQ सीरीज़ सबसे उपयुक्त विकल्प है।

2. BE Series क्या होती है?

BE Series (Book Entry) उन शेयरों की कैटेगरी है जिनमें सिर्फ डिलिवरी ट्रेडिंग की अनुमति होती है, यानी इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं की जा सकती। यह सीरीज़ आमतौर पर ऐसे स्टॉक्स के लिए होती है जो कम लिक्विडिटी, ज्यादा वोलैटिलिटी या कमजोर फाइनेंशियल स्थिति वाले होते हैं। 2025 तक इसमें करीब 270+ कंपनियां लिस्टेड हैं। इस सीरीज़ में स्लिपेज और Buy-Sell में दिक्कतें ज्यादा हो सकती हैं, इसलिए सतर्कता जरूरी है।

3. BZ Series क्या है?

BZ Series उन कंपनियों के लिए होती है जो NSE या SEBI के नियमों का पालन नहीं करतीं। इसे एक वॉर्निंग कैटेगरी माना जाता है, जहां निवेश से पहले खास सावधानी जरूरी होती है। इस सीरीज़ में कॉरपोरेट गवर्नेंस, फाइनेंशियल रिपोर्टिंग या अन्य नियमों में चूक करने वाली कंपनियों को रखा जाता है। ऐसे शेयरों का वॉल्यूम कम होता है और जोखिम बहुत ज्यादा होता है। 2025 तक BZ Series में 40+ कंपनियां लिस्टेड हैं। निवेशकों को इसमें निवेश करने से पहले कंपनी की स्थिति और जोखिम अच्छे से जांचने की सलाह दी जाती है।

4. SME Series क्या होती है?

SME Series उन छोटी कंपनियों के लिए होती है जो NSE के EMERGE प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होकर पूंजी जुटाती हैं। ये कंपनियां फिलहाल छोटे स्तर पर काम करती हैं लेकिन इनमें तेज़ ग्रोथ की संभावना होती है, इसलिए इनमें रिस्क भी ज्यादा होता है। SME शेयरों को SM Series के नाम से जाना जाता है और इनकी ट्रेडिंग आमतौर पर Low Liquidity, Higher Spreads और Fixed Lot Size के साथ होती है। 2025 तक SME प्लेटफॉर्म पर 580+ कंपनियां लिस्टेड हैं। सही चयन किया जाए तो कोई SME स्टॉक भविष्य में Multibagger भी बन सकता है।

NSE Market Cap और वर्ल्ड मार्केट में रैंक

जून 2025 तक NSE India की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग USD $4.87 ट्रिलियन (₹406 लाख करोड़ से अधिक) तक पहुंच चुकी है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत की इकोनॉमी और कंपनियां कैसे वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं। NSE पर लिस्टेड कंपनियों की ग्रोथ, इनोवेशन और विदेशी निवेश के चलते यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।

Market Capitalization किसी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल वैल्यू होती है। यह आंकड़ा जितना बड़ा होता है, वह एक्सचेंज उतना ही मजबूत और भरोसेमंद माना जाता है।

2025 की पहली छमाही के अंत तक Market Cap के आधार पर, NSE दुनिया का 4th सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बन चुका है। इससे ऊपर सिर्फ ये तीन एक्सचेंज हैं।

  1. New York Stock Exchange (NYSE) – $28.5 ट्रिलियन+
  2. NASDAQ – $25.2 ट्रिलियन+
  3. Shanghai Stock Exchange (SSE) – $7.1 ट्रिलियन+

NSE भारत का अकेला ऐसा एक्सचेंज है जो इस टॉप 5 लिस्ट में शामिल है — यह न केवल भारत की तेज़ी से बढ़ती Economy का प्रमाण है, बल्कि घरेलू कंपनियों के प्रदर्शन और निवेशकों के विश्वास का भी परिणाम है।

निष्कर्ष

2025 की दूसरी तिमाही तक NSE में 2,644 से 2,670 के बीच कंपनियां लिस्टेड हैं, जो यह दर्शाता है कि भारत में व्यापार का विस्तार कितनी तेज़ी से हो रहा है और निवेश के कितने विविध विकल्प अब हमारे सामने हैं।

Mainboard पर जहाँ 2,080+ फंडामेंटली मजबूत कंपनियाँ हैं, वहीं 580+ SME कंपनियाँ भविष्य की संभावनाओं को दर्शाती हैं। यह लिस्टिंग डेटा निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि बाजार में विविधता कितनी है, और वह किस सेक्टर या कैटेगरी में निवेश करके अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।

2025 में NSE की Market Capitalization $4.87 ट्रिलियन से अधिक हो चुकी है, और यह इसे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बनाता है। यह आंकड़ा न सिर्फ भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि विदेशी निवेशक भी अब भारत को एक भरोसेमंद मार्केट के रूप में देख रहे हैं।

डिस्क्लेमर

इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल शैक्षणिक और सूचना देने के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। इसमें उल्लेखित डेटा, आंकड़े और तथ्य जून 2025 तक के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध संसाधनों, जैसे कि NSE India, SEBI रिपोर्ट्स, और अन्य फाइनेंशियल डेटा प्लेटफॉर्म्स से लिए गए हैं।

लेखक और Share Market Guruji इस बात की कोई गारंटी नहीं देते कि दी गई जानकारी भविष्य में भी पूर्णतः सटीक या ऐसी ही बनी रहेगी, क्योंकि शेयर बाजार की जानकारी और आंकड़े समय-समय पर बदलते रहते हैं, जैसे कि नए IPOs की लिस्टिंग, कंपनियों की डीलिस्टिंग, M&A गतिविधियाँ या रेगुलेटरी परिवर्तन।

यह लेख कोई निवेश सलाह नहीं है, और न ही किसी विशेष स्टॉक या एक्सचेंज में निवेश करने की अनुशंसा करता है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है, इसलिए निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) या प्रमाणित विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. 2025 में NSE में कुल कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं?

Ans: 2025 की दूसरी तिमाही के अंत तक NSE (National Stock Exchange) पर कुल लगभग 2,644 से 2,670 कंपनियां लिस्टेड हैं, जिनमें मुख्य रूप से Mainboard और SME प्लेटफॉर्म की कंपनियाँ शामिल हैं। यह आंकड़ा बदलता रहता है क्योंकि नए IPO आते हैं और कुछ कंपनियाँ डीलिस्ट हो जाती हैं।


2. NSE Mainboard और SME Platform में क्या अंतर होता है?

Ans: Mainboard में बड़ी और स्थापित कंपनियां लिस्टेड होती हैं जिनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होती है, जबकि SME Platform पर Small & Medium Enterprises लिस्टेड होते हैं जो ग्रोथ स्टेज पर होते हैं। Mainboard स्टॉक्स में लिक्विडिटी ज्यादा होती है, वहीं SME स्टॉक्स में संभावित मल्टीबैगर रिटर्न मिल सकते हैं।


3. NSE पर कितने प्रकार की शेयर कैटेगरीज होती हैं?

Ans: NSE पर शेयरों को विभिन्न सीरीज़ में बांटा गया है जैसे EQ (Equity), BE (Book Entry), BZ (Non-Compliance), और SME (Small & Medium Enterprises)। ये वर्गीकरण निवेशकों को जोखिम और ट्रेडिंग स्टाइल के अनुसार निर्णय लेने में मदद करता है।


4. NSE का Market Capitalization कितना है 2025 में?

Ans: 30 जून 2025 तक NSE की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन $4.87 ट्रिलियन (₹406 लाख करोड़ से अधिक) हो चुकी है, जिससे यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बन गया है। यह भारत की तेज़ी से बढ़ती इकॉनमी और निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।


5. NSE पर निवेश करने के क्या फायदे हैं?

Ans: NSE पर निवेश करने से आपको कई फायदे मिलते हैं – जैसे सेक्टर-वाइज डाइवर्सिफिकेशन, अधिक लिक्विडिटी, IPO में भागीदारी, SME ग्रोथ के अवसर, पारदर्शी नियम, और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन ट्रेडिंग सिस्टम। यह भारत का सबसे ट्रस्टेड और हाई वॉल्यूम एक्सचेंज है।

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